Yeh Hai Mohabbatein
दिल कहीं रुकता नहीं, दिल कहीं रुकता नहीं
चलता ही जाए तेरी ओर, दिल मेरी सुनता नहीं
हो, सारी फ़िज़ाओं में है, महकी हवाओं में है
तेरा और मेरा फ़साना
हाँ, जानूँ मैं भी ये, जाने है तू भी ये
जाने ये सारा ज़माना
हो, कभी कम ना होंगी ये चाहतें
पल-पल बढ़ें, ये हैं मोहब्बतें
कभी कम ना होंगी ये चाहतें
पल-पल बढ़ें, ये हैं मोहब्बतें
ये खट्टी-मीठी तकरार है या प्यार?
ये रूठा-रूठी, ये खट्टी-मीठी
हो, साथ साथ रहना है , रूठे नू मनाना है
ये कैसी है लड़ाई?
हो, एक डोर खींचे है, एक डोर बाँधे है
होती नहीं है जुदाई
हो, एक-दूजे से हैं शिकायतें
फिर भी संग हैं, ये हैं मोहब्बतें
एक-दूजे से हैं शिकायतें
फिर भी संग हैं, ये हैं मोहब्बतें
अपनी-अपनी सोच, अपनी-अपनी चाल
हाल हुआ बेहाल, अपनी-अपनी सोच
ओ, अपनी-अपनी राहें, अपनी-अपनी मंज़िल है
पर है इन्हें साथ चलना
हो, एकदम उलझना है, एकदम सुलझना है
गिरना है, गिर के सँभलना
हो, पल-पल बढ़ें हैं इनकी नफ़रतें
उलझी हुईं, ये हैं मोहब्बतें
एक नदी किनारो , एक नदी किनारो
जैसे किनारे हैं एक नदी किनारो
हो, साथ साथ रहना है , रूठे नू मनाना है
ये कैसी है लड़ाई?
हो, एक डोर खींचे है, एक डोर बाँधे है
होती नहीं है जुदाई
हो, दुआ है, निभें इनकी चाहतें
पल-पल बढ़ें, ये हैं मोहब्बतें
दुआ है, निभें इनकी चाहतें
पल-पल बढ़ें, ये हैं मोहब्बतें
हँसने लगा सहरा, हँसने लगा सहरा
खिलने लगीं कलियाँ, घर, आँगन, गलियाँ
हो, दो हसीन तन-मन का ये हसीन बंधन है
झूम उठी हैं घड़ियाँ सुहानी
हो, ये कभी तो होना था, इन दिलों को खोना था
बन गई है प्रेम कहानी
हो, दुआ है, निभें इनकी चाहतें
पल-पल बढ़ें, ये हैं मोहब्बतें
दुआ है, निभें इनकी चाहतें
पल-पल बढ़ें, ये हैं मोहब्बतें