Dheeraj Ki Devi Hai Sone Chali [Sad]
ANJAAN, LAXMIKANT KUDALKAR, SHARMA PYARELAL
धीरज की देवी है सोने चली
ए धरती मा नरम चादर बिछा
आकाश गंगा के साये तले
शीतल पवन थपकीया तू लगा
पॅल्को से टूटी ये चिंगारिया
गाए बिदाई की ये लोरिया
लाली लाली लाली लाली
लाली लाली लाली लाली