Koi Bulaye Aur Koi Aaye
हह्म ह्म ह्म ह्म ह्म ह्म
फिर कोई मुस्कुराया, फिर एक फूल खिला
कोई बुलाए और कोई आए अब दिल चाहे क्या
फिर कोई मुस्कुराया, फिर एक फूल खिला
कोई बुलाए और कोई आए अब दिल चाहे क्या
फिर कोई मुस्कुराया, फिर एक फूल खिला
जिंदगी फिर वही गीत गुन गुनाने लगी
इस गली झूमती फिर बहार आने लगी
फिर कोई मुस्कुराया, फिर एक फूल खिला
दिल मेरे झूम ले याद कर के उस्स शाम को
बहके हम जिस घड़ी पी के प्यार के जाम को
फिर कोई मुस्कुराया, फिर एक फूल खिला
कोई बुलाए और कोई आए अब दिल चाहे क्या
फिर कोई मुस्कुराया, फिर एक फूल खिला