Begani Shadi Men Abdulla Diwana
बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना
ऐसे मनमौजी को मुश्किल है समझाना
बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना
ऐसे मनमौजी को मुश्किल है समझाना
बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना
ऐसे मनमौजी को मुश्किल है समझाना
है ना
दुल्हन बनूँगी मैं, डोली चढ़ूँगी मैं
दूर कहीं बालम के दिल में रहूँगी मैं
तुम तो पराए हो, यूँ ही ललचाए हो
जाने किस दुनिया से, जाने क्यूँ आए हो
जाने क्यूँ आए हो
बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना
ऐसे मनमौजी को मुश्किल है समझाना
बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना
ऐसे मनमौजी को मुश्किल है समझाना
है ना
लहराती आऊँ मैं, बलखाती जाऊँ मैं
खड़ी खड़ी रस्ते में पायल बजाऊँ मैं
पलकें बिछाऊँ मैं, दिल में बुलाऊँ मैं
समझे ना कुछ भी वो, कितना समझाऊँ मैं
कितना समझाऊँ मैं
बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना
ऐसे मनमौजी को मुश्किल है समझाना
बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना
दिल की इन बातों को मुश्किल है समझाना
अपना बेगाना कौन, जाना अनजाना कौन
अपने दिल से पूछो, दिल का पहचाना कौन
पल में लुट जाता है, यूँ-ही बह जाता है
शादी किसीकी हो, अपना दिल गाता है
अपना दिल गाता है
बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना
दिल की इन बातों को मुश्किल है समझाना
बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना