Bepanhaa Tum Ko Chahe
तुमपे करने लगा यकीं
दिल जो दिल था मेरा कभी
एक ज़रा तुम जो संग चले
हो गया मुझसे अजनबी
बेपनाह तुम को चाहें
ख़्वाबों में तुम को लायें
दिल ना ये बाज़ आये मेरा मेहरबान
बेपनाह तुम को चाहें
ख़्वाबों में तुम को लायें
दिल ना ये बाज़ आये मेरा मेहरबान
बेख़बर बेख़बर हुवे
हम तो सारे जहां से
आँखों में तुमको मूँद के
बैठे हैं इत्मीनान से
सांवली धुप में चले
हम तुम्हारे साए तले
पलकों की सुरमेदानी में
अब तो अरमान यहीं पले
बेपनाह तुम को चाहे
ख़्वाबों में तुम को लायें
दिल ना ये बाज़ आये मेरा मेहरबान हा हा
नयी नयी धुन में
दबे दबे सुर में
ख़ामोशी करती है शोर ये
बोले ना कुछ बोले
किसी को हौले हौले
चाहे रे मन मेरा चोरी
चैन क्यूँ बेक़रारी को
बिन तुम्हारे भला मिले
पास आओ पिघलने दो
कतरा कतरा ये फ़ासले
नयी नयी धुन में
दबे दबे सुर में
ख़ामोशी करती है शोर ये
बोले ना कुछ बोले
किसी को हौले हौले
चाहे रे मन मेरा चोरी
लायी रंग ज़िन्दगी नए
आज अनदेखे अनछुए
ओढ़ के रंग तुम्हारा ये
बस तुम्हारे लो हम हुए
बेपनाह तुम को चाहे
ख़्वाबों में तुम को लायें
दिल ना ये बाज़ आये मेरा मेहरबान
बेपनाह तुम को चाहे
ख़्वाबों में तुम को लायें
दिल ना ये बाज़ आये मेरा मेहरबान
ना रा ना ना ना
ना रा ना ना ना
ना ना ना
हो हो हे