Babaji
Mohit Chauhan
बाबाजी हमको दे दो
पार्वती से जो लाए हो
अपना दिल भी है वहीं
झाँ की खुश्बू तुम लाए हो
बाबाजी जादू कर दो
हम तुम्हारे हो जाएँगे
राहों को फ़ुर्सत दे दो
फ़ासले भी घुल जाएँगे
अच्च्छा है जो भी किया
दिल ने दिल से कह दिया
सदियों में क्यूँ लम्हों में जी
फिर मिले ना मिले यह ज़िंदगी
बाबाजी दिल की बातें
पार्वती जाके च्छेड़ेंगे
सुनेहरी धूप खिली है
शांति केफे में बैठेंगे
अच्च्छा है जो भी किया
दिल ने दिल से कह दिया
सदियों में क्यूँ लम्हों में जी
फिर मिले ना मिले यह ज़िंदगी
बाबाजी हमको दे दो
पार्वती से जो लाए हो
अपना दिल भी है वहीं
तुम जहाँ होकर आए हो
पार्वती से जो लाए हो