Main Hoon Kaun
रे सार उठेगा
सर उठेगा जो भी
मेरे सामने कट जायेगा
तेरी आँखों पर बड़ा पर्दा
है जो हट जायेगा
अरे रख ज़रा आवाज़ नीची
यु गरज न तो छोड़ दे
जो गरजते है इस तरह
वो बरसते नहीं
अरे तू है कौन में है
मैं हूँ कौन
यह तुझको नहीं है पता
मैं हूँ कौन
यह तुझको नहीं है पता
जो मुझको आँख दिखाए
और ताक़त पे िकराये
मेरे सामने सर न झुकाये
अरे ऐसा कोई हा ऐसा कोई
मेरे सामने आया नहीं
अरे तू है कौन
मैं हूँ कौन
यह तुझे भी नहीं है पता
मैं हूँ कौन
यह तुझे भी नहीं है पता
अरे तू क्या मुझे डराये
देखे मैंने मौत के छाये
जाये जान बाला से जाये
अरे ज़ुल्म के आगे
ओ जुल्म के आगे मैंने
सर झुकाया नहीं
ओ में हूँ कौन
ए में हूँ कौन
यह तुझको नहीं है पता
यह हवाह यह घाटा
यह हवाह यह घाटा
यह साडी फ़िज़ाए
कापी मेरे नाम से
अरे कपे मेरे नाम से
में कहा तू कहा
में कहा तू कहा
रे संभल वार्ना
जायेगा तू काम से
अरे जायेगा तू काम से
जरा संभल न बेटा
पिंजरे में बंद है बन्दर
बनता है मगर सिकंदर
उड़ता है आसमानों पर
बैठा है जेल के अंदर
अरे यहाँ भाई आके
हो यहाँ भी आके
होश ठिकाने आया नहीं
ओ तू है कौन
मैं हूँ कौन
यह तुझको नहीं है पता
मैं हूँ कौन
यह तुझको नहीं है पता
न अकड न जगद
अकड़ के जगद के बिगाड़ के
कोई बाँटा नहीं महँ रे
कोई बाँटा नहीं महँ रे
न रही न रहे
न रही न रहेगी कभी किसी की
जुटी जग में शां रे
ओये जूति जग में शां रे
तुम बंटे बड़े हो चर्चे
पर अकाल के बड़े हो चर्चे
अरे देखि कहा है दुनिया
हो मेरे सामने बच्चे
अरे मुझको हा हो मुझको
कभी किसी ने सबक पढ़ाया नहीं
अरे मैं हूँ कौन
मैं हूँ कौन
हो मैं हूँ कौन
यह तुझको नहीं है पता
मैं हूँ कौन
यह तुझको नहीं है पता