Aaj Udta Hua Ek Panchhi
आज उड़ता हुआ एक पंछी
ज़िन्दगी की बहार में आया
आज उड़ता हुआ एक पंछी
ज़िन्दगी की बहार में आया
फिर नयी मस्तिया साथ ले कर
मुस्कुराके नज़रों मैं आया
आज उड़ता हुआ एक पंछी
ज़िन्दगी की बहार में आया
आज दुनिया जवा हो गयी है
ज़िंदगी मेहरबा हो गयी है
आज दुनिया जवा हो गयी है
ज़िंदगी मेहरबा हो गयी है
ऐ बहरो तुम्हारी कहानी
अब मेरी दास्ताँ हो गयी है
अब मेरी दास्ताँ हो गयी है
मिल गयी अब मुझे मेरी मंजिल
मैं हसीं यादगार में आया
मैं हसीं यादगार में आया
आज उड़ता हुआ एक पंछी
ज़िन्दगी की बहार में आया
आ गया फिर सुहाना सवेरा
मिट गया शामें ग़म का अँधेरा
आ गया फिर सुहाना सवेरा
मिट गया शामें ग़म का अँधेरा
गुनगुनाने लगी है ये फ़िज़ाए
फिर हवाओं ने नगमा बखेरा
फिर हवाओं ने नगमा बखेरा
साज फिर छिड़ गए जिंदगी के
रंग फिर दिल के तार में आया
रंग फिर दिल के तार में आया
आज उड़ता हुआ एक पंछी
ज़िन्दगी की बहार में आया
आज की बेख़ुदी का बताऊ
नगमा ये जिंदगी का सुनौ
आज की बेख़ुदी का बताऊ
नगमा ये जिंदगी का सुनौ
ये बहारें ये गुलके ये कलिया
इनसे अपनी ख़ुशी क्या छुपाऊ
इनसे अपनी ख़ुशी क्या छुपाऊ
जो मेरा राज दिल जानते है
मैं उन्हें राजदारो में आया
मैं उन्हें राजदारो में आया
आज उड़ता हुआ एक पंछी
ज़िन्दगी की बहार में आया