Aisi Ki Taisi
बेफिक्रियाँ ओढ़ के पाबंदियाँ तोड़ के
आवारगी के ये पल तू मेरे संग जी
कोई रोके टोक तो कह दो जहाँ हो चार यार
कर दे ऐसी की तैसी
ऐसी की तैसी सारे जहाँ की
ऐसी की तैसी सारे जहाँ की
ऐसी की तैसी ना ना नारा ना
नारा नारा ना
कुछ ग़लतियाँ है लाज़मी
सुन ज़रा शरीफ आदमी
कुछ ग़लतियाँ है लाज़मी
सुन ज़रा शरीफ आदमी
गुस्ताख सा ये पल कह रहा सुन ज़रा
कोई रोके टोक तो कह दो जहाँ हो चार यार
कर दे ऐसी की तैसी
ऐसी की तैसी सारे जहाँ की
ऐसी की तैसी सारे जहाँ की
ऐसी की तैसी ना ना नारा ना
नारा नारा ना
कुछ ख्वाशें है दिल में दबी
बेलगाम सी हो गयी अभी
कुछ ख्वाशें है दिल में दबी
बेलगाम सी हो गयी अभी
उड़े उड़े से होश भी
है कुछ नया सा नशा
कोई रोके टोक तो कह दो जहाँ हो चार यार
कर दे ऐसी की तैसी
ऐसी की तैसी सारे जहाँ की
ऐसी की तैसी सारे जहाँ की
ऐसी की तैसी ना ना नारा ना नारा नारा ना