Yaad
SHAHBAAZ KHAN, TEJI SANDHU
दिल में ना जाने कितनी ही बातें
अनकही अनसनी सी है
ऐसा लगता है कल की ही
बातें या कहानी पुरानी सी है कुछ पुराने
किस्से कुछ पुराने कसमें कुछ पुराने रस्में जो है
वही नहीं हक्क में
ओ जाना मुझे याद क्यों नहीं है हां याद
क्यों नहीं है मुझे याद क्यों नहीं है
ओ जाना मुझे याद क्यों नहीं है हां याद क्यों नहीं है
ऐसा लगता है कल की ही
बातें या कहानी पुरानी सी है कुछ पुराने
किस्से कुछ पुराने कसमें कुछ पुराने रस्में जो है
वही नहीं हक्क में
ओ जाना मुझे याद क्यों नहीं है हां याद
क्यों नहीं है मुझे याद क्यों नहीं है
ओ जाना मुझे याद क्यों नहीं है हां याद
क्यों नहीं है मुझे याद क्यों नहीं है हां याद
क्यों नहीं है मुझे याद क्यों नहीं है
ओ जाना मुझे याद क्यों नहीं है हां याद
क्यों नहीं है हम्म ओ