Woh Kaun Hai
आ आ आ आ आ आ आ
वो कौन है वो कौन है
वो कौन है वो कौन है
जो रूठ जाती है
चीज़ वो नाज़ुक बड़ी है
टूट जाती है बोलो बोलो
प्रीत
नही
रीत
नही
नींद
नही
डोरी
डोरी नही गोरी
वो कौन है वो कौन है
जाग जिस से डरता है
वो कौन है वो कौन है
जाग जिस से डरता है
जागता है रात भर और
आहें भरता है बोलो बोलो
मोर
नही
चोर
नही
चकोर
नही
दिया
दिया नही पिया
जीत ना तू पाएगा
जो होगा देखा जाएगा
अरे जीत ना तू पाएगा
जो होगा देखा जाएगा
बात बता एक राजा
रानी सब कुछ पूच्छ ले आजा
ऊ हो हो हो हो हो हो
वो कौन है वो कौन है
वो कौन है वो कौन है
वो कौन है वो कौन है
जो ऐसी होती है
दिल तड़प्ता है उसका और
आँख रोटी है बोलो बोलो
हवा
नही
घटा
आ हाँ
धुआँ
नही
याद
याद नही फरियाद
वो कौन है वो कौन है
एक उलझन होती है
वो कौन है वो कौन है
एक उलझन होती है
दोस्त नज़र आती है लेकिन
दुश्मन होती है बोलो बोलो
रात
नही
घाट
अयू हूँ
बारात
नही
निशानी
नही जवानी
भेद ज़रा ये खोलो
अजी बोलो जी कुछ बोलो
भेद ज़रा ये खोलो
बोलो बोलो जी कुछ बोलो
प्रेम पहेली पूच्छो
पूच्छो आइ जी कुच्छ भी पूच्छो
ऊ हो हो हो हो हो हो
वो कौन है वो कौन है
वो कौन है वो कौन है
वो कौन है वो कौन है
परदेस जाती है
प्रेमियों के ले के वो
संदेस आती है बोलो बोलो
लगान
नही
किरण
नही
पवन
उन हूँ
मिट्टी
मिट्टी नही चित्ति
वो कौन है वो कौन है
सबको समझता है
वो कौन है वो कौन है
सबको समझता है
रास्ता खुद अपने घर का
भूल जाता है बोलो बोलो
धारा
नही
तारा
नही
इशारा
नही
दीवाना
दीवाना नही अंजना