Pyar Ki Raah Par
प्यार की राह पर क्या भटकने का डर(प्यार की राह पर क्या भटकने का डर)
जब मुसाफिर चले साथ मंज़िल चले(जब मुसाफिर चले साथ मंज़िल चले)
जब मुसाफिर चले साथ मंज़िल चले(जब मुसाफिर चले साथ मंज़िल चले)
साथ चलते रहें हम यूँ ही उम्र्र भर(साथ चलते रहें हम यूँ ही उम्र्र भर)
साथ चलते रहें हम यूँ ही उम्र्र भर(साथ चलते रहें हम यूँ ही उम्र्र भर)
जैसे दरिया चले साथ साहिल चले(जैसे दरिया चले साथ साहिल चले)
जैसे दरिया चले साथ साहिल चले(जैसे दरिया चले साथ साहिल चले)
प्यार की राह पर क्या भटकने का डर(प्यार की राह पर क्या भटकने का डर)
हम चलें हम चलें हम चलें
हम चले तोह बहारें चले साथ साथ
फूल बाँधे कटारें चले साथ साथ
फूल बाँधे कटारें चले साथ साथ
कुछ उमंगें इधर कुछ तरंगें उधर
कुछ उमंगें इधर कुछ तरंगें उधर
हम जिधर भी चलें साथ महफ़िल चले
हम जिधर भी चलें साथ महफ़िल चले
प्यार की राह पर क्या भटकने का डर
तुम मेरे साथ हो हर ख़ुशी साथ है
तुम मेरे साथ हो हर ख़ुशी साथ है
तुम मेरे साथ हो
तुम मेरे साथ हो ज़िन्दगी साथ है
दिल नज़र में रहे और दिल में नज़र
दिल नज़र में रहे और दिल में नज़र
जब भी बिस्मिल चले साथ कातिल चले
जब भी बिस्मिल चले साथ कातिल चले
प्यार की राह पर क्या भटकने का डर(प्यार की राह पर क्या भटकने का डर)
जब मुसाफिर चले साथ मंज़िल चले(जब मुसाफिर चले साथ मंज़िल चले)
जब मुसाफिर चले साथ मंज़िल चले(जब मुसाफिर चले साथ मंज़िल चले)
साथ चलते रहें हम यूँ ही उम्र्र भर(साथ चलते रहें हम यूँ ही उम्र्र भर)
साथ चलते रहें हम यूँ ही उम्र्र भर(साथ चलते रहें हम यूँ ही उम्र्र भर)
जैसे दरिया चले साथ साहिल चले(जैसे दरिया चले साथ साहिल चले)
जैसे दरिया चले साथ साहिल चले(जैसे दरिया चले साथ साहिल चले)
प्यार की राह पर क्या भटकने का डर(प्यार की राह पर क्या भटकने का डर)