Mere Ghar Se Pyar Ki Palki
मेरे घर से प्यार की पालकी चली गयी
मेरे घर से प्यार की पालकी चली गयी
घर मेरा उजड़ गया ज़िंदगी चली गयी
मेरे घर से प्यार की पालकी चली गयी
आशिया मेरा जला और मैं देखता रहा
उसके याद के सिवा मेरे पास क्या रहा
क्या रहा
देके मुझको रंज-ओ-घाम हर खुशी चली गयी
मेरे घर से प्यार की पालकी चली गयी
घर मेरा उजड़ गया ज़िंदगी चली गयी
एक खाब बन गया आज तुम मेरे लिए
च्छा गयी उदासिया चारसू मेरे लिए
बुझ गया चराग-ए-दिल रोशनी चली गयी
मेरे घर से प्यार की पालकी चली गयी
दिल मेरा उजड़ गया ज़िंदगी चली गयी
प्यार जब जवा हुआ मौत मेहर्बा हुई
दिल का जब चमन खिला ख़तम दासता हुई
दासता हुई
दिल तो रह गया मगर दिलकशी चली गयी
मेरे घर से प्यार की पालकी चली गयी