Likha Hai Yeh
लिखा है ये इन हवाओं पे
लिखा है ये इन घटाओं पे
तू है मेरे लिये, मैं हूँ तेरे लिये
लिखा है ये इन हवाओं पे
लिखा है ये इन घटाओं पे
तू है मेरे लिये, मैं हूँ तेरे लिये
इश्क़ की हसीं दास्ताँ से
हम उतर के आये आसमां से
ये समां ये प्यार की कहानियां
मिल रही हैं आज दो जवानियाँ
पेहेली मोहब्बत की राहों पे
लिखा है ये इन हवाओं पे
लिखा है ये इन घटाओं पे
तू है मेरे लिये, मैं हूँ तेरे लिये
यूँ ही ज़रा तू मुस्कुरा
शर्मा के आँचल मुंह में दबा
ज़ुल्फ़ों का तू घूँघट हटा
ये खूबसूरत चेहेरा दिखा
इस नाज़ से इठलाते हुए
चलके ज़रा मेरे पास आ
के आशिक़ हूँ मैं इन अदाओं पे
लिखा है ये इन हवाओं पे
लिखा है ये इन घटाओं पे
तू है मेरे लिये, मैं हूँ तेरे लिये
आओ केह दे आज इस जहाँ से
हम गुज़र के जी से और जान से
प्यार की हसीं जीत हार में
दिल है चीज़ क्या की मैंने प्यार में
सर रख दिया तेरे पाँव में
लिखा है ये इन हवाओं पे
लिखा है ये इन घटाओं पे
तू है मेरे लिये, मैं हूँ तेरे लिये
लिखा है ये इन घटाओं पे
तू है मेरे लिये, मैं हूँ तेरे लिये