Ki Gal Hai Koi Nahin
मै क्या जी,की गल है
कोई नही जी, कोई नही
की गल है
कोई नही
अजी की गल है
कोई नही
की गल है
कोई नही
अजी की गल है
कोई नही
तेरी आँखो से लगता है के तू कल रात को सोई नही
की गल है
कोई नही
अजी की गल है
कोई नही
नींद है क्या कौन सी चीज़ जो मैने तेरे प्यार मे खोई नही
की गल है
कोई नही
एजी की गल है
कोई नही
गल दा मतलब बात
हो गल दा मतलब बात
वि चन्ना बात नही कोई ऐसी
दिल की आग बुझाए जो बरसात नही कोई ऐसी
जी भर के हम मिले हो जब मुलाकात नही कोई ऐसी
जब मैं सारी रात ना जागी रात नही कोई ऐसी
अरे ये तो मेरी हिम्मत है
हा ये तो मेरी हिम्मत है
मैं तड़पी जागी ओये रोई नही
की गल है
कोई नही
अजी की गल है
कोई नही
की गल है
कोई नही
अजी की गल है
कोई नही
इक हम आज अकेले
इक हम आज अकेले उस पे मौसम ये मस्ताना
जाग उठा है दिल मे शायद दर्द कोई पुराना
तू जो कुछ भी आज कहेगी होगा एक बहाना
मैं तुझको छेड़ूँगा वरना छोड़ दे ये शरमाना
देखने सुनने वाला हा
देखने सुनने वाला दूजा और यहाँ पर कोई नही
ओये की गल है
कोई नही
ए की गल है
कोई नही
तेरी आँखो से लगता है के तू कल रात को सोई नही
नींद है क्या कौन सी चीज़ जो मैने तेरे प्यार मे खोई नही
की गल है
कोई नही
अजी हो की गल है
कोई नही
हम्म हम्म हम्म
हम्म हम्म हम्म
हं हं हं हम्म हम्म हम्म
हम्म हम्म हम्म