Kal Kal Chhal Chhal Bahti Jaoon
कल कल चल चल बहती
जौ मस्त नदी की धार
कल कल चल चल बहटील
जौ मस्त नदी की धार
मे तो रुकना ना जानू
मे तो झुकना ना जानू
कल कल चल चल बहती
जौ मस्त नदी की धार
कल कल चल चल बहटील
जौ मस्त नदी की धार
मे तो रुकना ना जानू
मे तो झुकना ना जानू
क़ैद चमन की मुझको ना भाए
मुझको ना भाए
मुझको बाहर भी बाँध ना पाए
बाँध ना पाए
अपनी अड़ाओ से प्यार है मुझको
प्यार है मुझको
गये मतवले गीत मान
का मेरे तार तार
कल कल चल चल बहती
जौ मस्त नदी की धार
कल कल चल चल बहटील
जौ मस्त नदी की धार
मे तो रुकना ना जानू
मे तो झुकना ना जानू
खोई हो जैसे हिरनी बन मे
हिरनी बन मे
बदली जासे नील गगन मे
नील गगन मे
खोई हुई हू मान की लगान मे
मान की लगान मे
खेलु मे ट्यूफा के मोजो से बार बार
कल कल चल चल बहती
जौ मस्त नदी की धार
मे तो रुकना ना जानू
मे तो झुकना ना जानू
कल कल चल चल बहटील
जौ मस्त नदी की धार
मे तो रुकना ना जानू
मे तो झुकना ना जानू
रुकना ना जानू मे
तो झुकना ना जानू.