Kahe Jhum Jhum Raat Ye Suhaani
कहे झूम-झुम रात ये सुहानी
कहे झूम-झुम रात ये सुहानी
पिया हले से छेड़ो दोबारा
वही कल की रसीली कहानी
कहे झूम-झुम रात ये सुहानी
पिया हले से छेड़ो दोबारा
वही कल की रसीली कहानी
कहे झूम-झुम रात ये सुहानी
सुन के जिसे दिल मेरा धड़का
सुन के जिसे दिल मेरा धड़का
लाज के सर से आंचल सरका
रात ने ऐसा जादू फेरा
और ही निकला राग सहर का
कहे झूम-झुम रात ये सुहानी
पिया हले से छेड़ो दोबारा
वही कल की रसीली कहानी
कहे झूम-झुम रात ये सुहानी
मस्ती भरी ये खामोशी
मस्ती भरी ये खामोशी
चुप हूं खड़ी देखो मैं खोई सी
देख रही हूँ मैं एक सपना
कुछ जाएगी सी कुछ सोया सी
कहे झूम-झुम रात ये सुहानी
पिया हले से छेड़ो दोबारा
वही कल की रसीली कहानी
कहे झूम-झुम रात ये सुहानी
तन भी तुम्हारा मन भी तुम्हारा
तन भी तुम्हारा मन भी तुम्हारा
तुमसे ही बालम जग उजियारा
रोम-रोम मेरा आज मनाए
छूटे कभी न साथ तुम्हारा
कहे झूम-झुम रात ये सुहानी
पिया हले से छेड़ो दोबारा
वही कल की रसीली कहानी
कहे झूम-झुम रात ये सुहानी