Kahan Chhor Kar Chala Hai Tu
कहाँ छोड़ के चला है तू ये फूलों भरी राहें
मेरे देश की हवायें परदेसिया
कहाँ छोड़ के चला है तू ये फूलों भरी राहें
मेरे देश की हवायें परदेसिया
ज़रा मुड के तो देख खोयी खोयी ये निगाहें
मेरी ठंडी ठंडी आहें परदेसिया
हाय कहाँ छोड़ के चला है तू
सैंया मान न मान मेरा दिल अन्जान
भुला दुनिया का प्यार तेरे प्यार में
सैंया मान न मान मेरा दिल अन्जान
भुला दुनिया का प्यार तेरे प्यार में
मैंने छुप छुप है दिन रात बनाये
मीठे सपनों के हार तेरे प्यार में
ज़रा मुड के तो देख खोयी खोयी ये निगाहें मेरी
सुनी सुनी बाहे परदेसिया
हाय कहाँ छोड़ के चला है तू ये फूलों भरी राहें
मेरे देश की हवायें परदेसिया
कहाँ छोड़ के चला है
तू जो लौट के आये मुझे मुखड़ा दिखाये
तो मैं अँखियाँ बिछाऊं तेरी राह में
तू जो लौट के आये मुझे मुखड़ा दिखाये
तो मैं अँखियाँ बिछाऊं तेरी राह में
बस एक बार मेरी सुन जा पुकार
मैं तो जल जल जाऊं तेरी चाह में
ज़रा मुड के तो देख खोयी खोयी ये निगाहें
हाय रो भी ना पाये परदेसिया
हाय कहाँ छोड़ के चला है तू ये फूलों भरी राहें
मेरे देश की हवायें परदेसिया
ज़रा मुड के तो देख खोयी खोयी ये निगाहें
मेरी ठंडी ठंडी आहें परदेसिया
हाय कहाँ छोड़ के चला है तू