Gham Ki Vaadi Me
गम की वादी मे खुशी का कारवाँ खोने लगा
इश्क़ मे जो कुच्छ ना होना था
वही होने लगा
इश्क़ मे जो कुच्छ ना होना था
वही होने लगा
घाम की वादी मे खुशी का कारवाँ खोने लगा
इश्क़ मे जो कुच्छ ना होना था
वही होने लगा
इश्क़ मे जो कुच्छ ना होना था
वही होने लगा
कौन समझेगा मुहब्बत
की भला मजबूरिया
कौन समझेगा मुहब्बत
की भला मजबूरिया
दो दिलो की चाहते
दुनिया की नामंज़ूरिया
मुस्कुराने ही से
पहले प्यार क्यों रोने लगा
इश्क़ मे जो कुच्छ ना होना था
वही होने लगा
इश्क़ मे जो कुच्छ ना होना था
वही होने लगा
सामने आँखो के मेरे
इश्क़ का अंजाम है
सामने आँखो के मेरे
इश्क़ का अंजाम है
है अगर यह ज़िंदगी
तो मौत किस का नाम है
रंजो घाम जागे
नसीबा प्यार का सोने लगा
इश्क़ मे जो कुच्छ ना होना था
वही होने लगा
इश्क़ मे जो कुच्छ ना होना था
वही होने लगा
घाम की वादी मे
खुशी का कारवाँ
खोने लगा
इश्क़ मे जो कुच्छ ना होना था
वही होने लगा