Duniya Men Aisa Kahan Sabka Naseeb
दुनिया में ऐसा कहा सब का नसीब है
कोई कोई अपने पिया के करीब है
दुनिया में ऐसा कहा सब का नसीब है
दूर ही रहते है उनसे किनारे
जिनको ना कोई माँजी पर उतरे
दूर ही रहते है उनसे किनारे
जिनको ना कोई माँजी पर उतरे
साथ हैं माँजी तोह किनारा भी करीब है
दुनिया में ऐसा कहा सब का नसीब है
चाहे बुझा दे कोई दीपक सारे
प्रीत बिछती जाये राह में तारे
चाहे बुझा दे कोई दीपक सारे
प्रीत बिछती जाये राह में तारे
प्रीत दीवानी की कहानी भी अजीब है
दुनिया में ऐसा कहा सब का नसीब है
बरखा की रुत हो या दिन हो बहार के
लगते हैं सुने सुने बिन तेरे प्यार के
तो हैं तोह जिंदगी को जिंदगी नसीब है
दुनिया में ऐसा कहा सब का नसीब है
कोई कोई अपने पिया के करीब है
दुनिया में ऐसा कहा सब का नसीब है