Band Ho Mutthi To Lakh Ki

VITHALBHAI PATEL, LAXMIKANT PYARELAL

आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ
आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ

बात को दिल में दबाए रखना, नहीं कह देना चुप ही रहना

बंद हो मुट्ठी तो लाख की(बंद हो मुट्ठी तो लाख की)
खुल गयी तो फिर खाक की (खुल गयी तो फिर खाक की)
बंद हो मुट्ठी तो लाख की(बंद हो मुट्ठी तो लाख की)
खुल गयी तो फिर खाक की (खुल गयी तो फिर खाक की)

राज खुल जाये ना ख्याल रखना, नहीं कह देना चुप ही रहना

बंद हो मुट्ठी तो लाख की (बंद हो मुट्ठी तो लाख की)
खुल गयी तो फिर खाक की (खुल गयी तो फिर खाक की)
बंद हो मुट्ठी तो लाख की (बंद हो मुट्ठी तो लाख की)
खुल गयी तो फिर खाक की (खुल गयी तो फिर खाक की)

खुशबू और प्यार छुपाये नहीं छुपते
प्यार करने वाले जहाँ से नहीं डरते
सहते थे जुल्म सितम भी नहीं सहते
हम है दिलवाले जुबान से नहीं कहते
आस का दीपक जलाये रखना

जलाये रखना

आस का दीपक जलाये रखना (आस का दीपक जलाये रखना)
गम सह लेना मुस्कुरा लेना (गम सह लेना मुस्कुरा लेना)
बंद हो मुट्ठी तो लाख की (बंद हो मुट्ठी तो लाख की)
खुल गयी तो फिर खाक की (खुल गयी तो फिर खाक की)
बंद हो मुट्ठी तो लाख की (बंद हो मुट्ठी तो लाख की)
खुल गयी तो फिर खाक की (खुल गयी तो फिर खाक की)

होय होय होय होय होय होय होय होय
होय होय होय होय होय होय होय होय
होय होय होय होय होय होय होय होय
होय होय होय होय होय होय होय होय

खुल जाए मुट्ठी अंजाम जाने क्या हो
हो जित हो प्यार की यारी ना बदनाम हो
पायल झनके तो जीना हराम हो
चूड़ी ख़नके हर चाल कामयाब हो
घुलमिल से खुद को बचायें रखना

बचायें रखना

घुलमिल से खुद को बचायें रखना (घुलमिल से खुद को बचायें रखना)
नहीं कह देना चुप ही रहना (नहीं कह देना चुप ही रहना)

बंद हो मुट्ठी तो लाख की (बंद हो मुट्ठी तो लाख की)
खुल गयी तो फिर खाक की (खुल गयी तो फिर खाक की)
बंद हो मुट्ठी तो लाख की (बंद हो मुट्ठी तो लाख की)
खुल गयी तो फिर खाक की (खुल गयी तो फिर खाक की)

Curiosidades sobre la música Band Ho Mutthi To Lakh Ki del Lata Mangeshkar

¿Quién compuso la canción “Band Ho Mutthi To Lakh Ki” de Lata Mangeshkar?
La canción “Band Ho Mutthi To Lakh Ki” de Lata Mangeshkar fue compuesta por VITHALBHAI PATEL, LAXMIKANT PYARELAL.

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