Badle Rang Jahan Ke
बुझ गए आशा के दिए मन अँधियारा होये
लुट गए मोती नाज़ के सिप बिचारि रोए
सब दुशमन इक जान के
सब दुशमन इक जान के
बदले रंग जहान के
बदले रंग जहान के
देख अँधेरी रात जियरवा काँपे डर से
झूमे संकट का बदरवा गरजे बरसे
जाल बिछे तूफ़ान के
बदले रंग जहान के
बदले रंग जहान के
होठ सिले बुझे दो नैना कुछ न कहूँ मै
तन पे तीर फूल से मन पे आग सहुँ मै
सब चुप है सब जानके
बदले रंग जहान के
बदले रंग जहान के
घायल हिरनी सी घबराऊँ गम की मारी
अपना कौन पुकारे जिसको अबला नारी
नैन बंद भगवान के
बदले रंग जहान के
बदले रंग जहान के