Asha O Asha
आशा आशा
आशा आअशा
आशा ओ आशा
ओ आशा ओ आशा
तुझे क्या हुआ एयेए
क्या हुआअ एयेए
ना कहो
मुझे आशा
मैं तो हो गयी
निराशा
आशा ओ आशा
ओ आशा
कैसी घाम की शाम आई
दिल में रह गयी दिल की बात
रात आएगी ओ पगली
लेके खुशियों की बारा…
आआआ…आआत
लेके खुशियों की बारात
शाख दिल की जल गयी जब
फिर बहार आई तो क्याअ
ये खीज़ान तो
दे रही है
फूल खिलने का पता
फूल खिलने का पता
कोई अब कुच्छ भी कहे
मैं तो बन गयी तमाशा
आशा ओ आशा
ओ आशा
सामने आई तही मंज़िल
आके फिर क्यूँ खो गयी
एक नयी मंज़िल से वो
शर्मा के वापिस हो गयी
शर्मा के वापिस हो गयी
अपनी आखों में नये
सपने सज़ा लून
किस तरहा
वक़्त आने पर बदल जाता है
मौसम जिसस तरहा आआ
यूयेसेस तरहाअ जो कभी सुनी ना तही
मैं समझ गयी वो भाषा
आशा मैं आशा
मुझे क्या हुआ
ह्म्म्म्म ह्म्म्म्मम
ह्म्म्म्म ह्म ह्म ह्म
आशा मैं आशा
मैं आशा
ह्म ह्म ह्म