Zid Na Karo Ab To Ruko
BAPPI LAHIRI, FARUK KAISER
ज़िद ना करो अब तो रुको
ये रात नहीं आएगी
ज़िद ना करो अब तो रुको
ये रात नहीं आएगी
माना अगर कहना मेरा
तुमको वफ़ा आ जाएगी
ज़िद ना करो अब तो रुको
ये रात नहीं आएगी
आ आ आ आ आ आ
सज्दा करूँ पूजा करूँ
तु हि बता क्या करूँ
सज्दा करूँ पूजा करूँ
तु हि बता क्या करूँ
लगता है ये तेरी नजर
मेरा धरम ले जायेगी
ज़िद ना करो अब तो रुको
ये रात नहीं आएगी
माना अगर कहना मेरा
तुमको वफ़ा आ जाएगी
ज़िद ना करो अब तो रुको
ये रात नहीं आएगी
रुत भी अगन तपता बदन
बढ़ने लगी बेखुदी
रुत भी अगन तपता बदन
बढ़ने लगी बेखुदी
अब जो गए सारी उमर
दिल में कसक रह जायेगी
ज़िद ना करो अब तो रुको
ये रात नहीं आएगी
माना अगर कहना मेरा
तुमको वफ़ा आ जाएगी
ज़िद ना करो अब तो रुको
ये रात नहीं आएगी