Jaan Bhojpuriye Ba Maan Bhojpuriye Ba
Dr Gorakh Prasad Mastana, Sant Kabir Das
मिस कागद छूयो नहीं, कलम गही निहं हाथ
चािर जुग को महातम, मुखिहं जनाई बातबोली हमारे पूरब
के हमे लाख नही कोई रे हम
को तो सोइए लखै धुर पूरब का होईए रे
मिस कागद छूयो नहीं, कलम गही निहं हाथ
चािर जुग को महातम, मुखिहं जनाई बातबोली हमारे पूरब
के हमे लाख नही कोई रे हम
को तो सोइए लखै धुर पूरब का होईए रे