Baat Saaki Ki
बात साक़ी की न टाली जाएगी
बात साक़ी की न टाली जाएगी
कर के तौबा तोड़ डाली जाएगी
बात साक़ी की न टाली जाएगी
देख लेना वो न खाली जाएगी
देख लेना वो न खाली जाएगी
आह जो दिल से निकाली जाएगी
आह जो दिल से निकाली जाएगी
ग़र यही तर्ज़-ए-फुगाँ है अन्दलीब
ग़र यही तर्ज़-ए-फुगाँ है अन्दलीब
तू भी गुलशन से निकाली जाएगी
कर के तौबा तोड़ डाली जाएगी
बात साक़ी की न टाली जाएगी
आते-आते आएगा उनको ख़याल
आते-आते आएगा उनको ख़याल
जाते-जाते बेख़याली जाएगी
जाते-जाते बेख़याली जाएगी
क्यू नहीं मिलती गले से तेग़-ए-नाज़
क्यू नहीं मिलती गले से तेग़-ए-नाज़
ईद क्या अब के भी खाली जाएगी
कर के तौबा तोड़ डाली जाएगी
देख लेना वो न खाली जाएगी (देख लेना वो न खाली जाएगी)
आह जो दिल से निकाली जाएगी (आह जो दिल से निकाली जाएगी)