Zeehale Muskin [Drill Mix]
Farooq अ अ आ आ
जि हा ल-ए-मस्कीं मकुन-ब-रन्जि श
बहा ल-ए-हि जरा बेचा रा दि ल है
सुना ई देती है जि सकी धड़कन
तुम्हा रा दिल या हमा रा दिल है
सुना ई देती है जि सकी धड़कन
तुम्हा रा दिल या हमा रा दिल है
वो आके पहलू में ऐसे बैठे
वो आके पहलू में ऐसे बैठे
के शा म रंगीरं गीन हो गई है
के शा म रंगीरं गीन हो गई है
के शा म रंगीरं गीन हो गई है
जरा जरा सी खि ली तबी यत
जरा सी गमगी न हो गई है
जरा जरा सी खि ली तबी यत
जरा सी गमगी न हो गई है
जि हा ल-ए-मस्कीं मकुन-ब-रन्जि श
बहा ल-ए-हि जरा बेचा रा दि ल है
सुना ई देती है जि सकी धड़कन
तुम्हा रा दिल या हमा रा दिल है
Farooq(Farooq)
कभी कभी शा म ऐसे ढलती है
जैसे घूँघट उतर रहा है
तुम्हा रे सी ने से उठता धुआँ
हमा रे दि ल से गुजर रहा है
तुम्हा रे सी ने से उठता धुआँ
हमा रे दि ल से गुजर रहा है
जि हा ल-ए-मस्कीं मकुन-ब-रन्जि श
बहा ल-ए-हि जरा बेचा रा दि ल है
सुना ई देती है जि सकी धड़कन
तुम्हा रा दि ल या हमा रा दि ल है