Swapn Sunehere
Manoj Muntashir
ओ ओ ओ ओ ओ ओ
ओ ओ ओ ओ ओ ओ
स्वप्न सुनहरे
घाव गहरे
हर धारा में लेके चली
जीवन नीर
परवत रोके
चीरे घाटी
धार समय की
रुक ना पाती
कल कल यह
अविराल यह
बहती जाती प्राण नदी जीव नदी
ओ ओ ओ ओ ओ ओ
ओ ओ ओ ओ ओ ओ
स्वप्न सुनहरे
घाव गहरे
हर धारा में लेके चली
जीवन नीर
परवत रोके
चीरे घाटी
धार समय की
रुक ना पाती
कल कल यह
अविराल यह
बहती जाती प्राण नदी जीव नदी