Yeh Sochta Hai Kya
यह सोचता है क्या
ज़रा पलट इधर
देखता है क्यों
भला इधर उधर
कितनी अच्छी मई
लगाती हूँ देखा क्या
मै कितनी सुन्दर हो
तूने मुझको समझा क्या
यह सोचता है क्या
ज़रा पलट इधर
देखता है क्यों
भला इधर उधर
डरता है क्यों तू
आँखें खोल खोल के
देख गोरी गोरी मेरे जैसी
देखा ना होगा कही
मजे मोहब्बत के मिल के
हम उठाएँ ज़रा
प्यार करते करते
थक के सो जाये यहाँ
क्या प्यारा टाइम है
मौसम फाइन है
गले लगा ले मुझको
मुझमें तू खो जा ज़रा
यह सोचता है क्या
ज़रा पलट इधर
देखता है क्यों
भला इधर उधर
कितनी अच्छी मई
लगाती हूँ देखा क्या
मै कितनी सुन्दर हो
तूने मुझको समझा क्या
संभल खुद को तू
यु ही बात ना बढा
रोक ले खुद को तू
ऐसे कदम ना उठा
के फिर से दामन पे
दाग लग ना जाये कही
तू हो रुसवा हमें भी
यह तोह मंजूर ही नहीं
मेरे नजदीक ना आ
ज़रा होश में आ
के यह मदहोशी तोह
बुरी है यह नशा बुरा
यह सोचता है क्या
ज़रा पलट इधर
देखता है क्यों
भला इधर उधर
कितनी अच्छी मई
लगाती हूँ देखा क्या
मै कितनी सुन्दर हो
तूने मुझको समझा क्या
यह सोचता है क्या
ज़रा पलट इधर
देखता है क्यों
भला इधर उधर