Saheli Poochhoon Ek Paheli [Part 1]
सहेली पूछूं एक पहेली
सहेली पुछु एक पहेली
सहेली पुछु एक पहेली
सहेली पुछु एक पहेली
पूछो लाखों जिसके चाहने वाले
लाखों जिसके चाहने वाले
फिर भी कहे अकेली
सहेली पुछु एक पहेली
सहेली पुछु एक पहेली
लाखों जिसके चाहने वाले
फिर भी कहे अकेली
शायद कोई जोगन होगी
घूमती फिरती बन बन होगी
ठीक है ना उसका नाम पता बतलाओ
वो तो जब भारी महफ़िल की
वो लाल पारी महफ़िल की
वो तो जब भारी महफ़िल की
वो लाल पारी महफ़िल की
अरे बूझो बूझो बूझो
हारे हारे हारे अब तुंहो बताओ
प्यार के मारे दुखियारी का
नाम शमा है बेचारी का
शमा ऐसे
इसके दीवाने परवाने आ जाते है पंख जलाने
वो तो दम भर मे जल जाए
वो तो दम भर मे जल जाए
रह जाए ये अकेली
सहेली कैसी लगी पहेली
सहेली अच्छी लगी पहेली
सहेली पूचु एक पहेली
सहेली पूचु एक पहेली
पूछो कोई ना जिसका चाहने वाला
कोई ना जिसका चाहने वाला
फिर भी नही अकेली
सहेली पूचु एक पहेली
सहेली पूचु एक पहेली
कोई ना जिसका चाहने वाला
फिर भी नही अकेली
बात ये पहली से है मुस्किल
सोचो तो मिल जाएगा हल
सोचो सोचो सोचो
सूझी सूझी सूझी
होगी वो कोई बवरैइया
मिला ना जिसे सवारिया
लोग दीवानी साँझ के हसी उड़ते होंगे
जहा वो जाती होगी वाहा मेले लग जाते होंगे
ठीक है ना ना ना ना
तो तुम्ही बताओ
बतौ बोलो हारे हारे हारे हारे
सुनो
ना वो बवरैइया ना वो दीवानी
उँचे सिहसन मे बैठे वो रानी
ना वो बवरैइया ना वो दीवानी
उँचे सिहसन मे बैठे वो रानी
सीधी साधी एक बात है
उस रानी का नाम रात है
सीधी साधी एक बात है
उस रानी का नाम रात है
रात वो कैसे
रात को सारी दुनिया सोई
मीत रात का कोई ना होये
रात को सारी दुनिया सोई
मीत रात का कोई ना होये
लेकिन फिर भी गोद मे उसकी लाखों तारे
गोद मे उसकी लाखों तारे
कहे रहे वो अकेली
सहेली कैसी लगी पहेली
सहेली अच्छी लगी पहेली