O Soniya Matwaliya [Part 2]
ओ ओ ओ ओ
मैं परदेशी इस पनघट पे प्यास बुझाने आया
मैं परदेशी इस पनघट पे प्यास बुझाने आया
प्यास बुझाई ना तूने उल्टा इल्ज़ाम लगाया
उल्टा इल्ज़ाम लगाया उल्टा इल्ज़ाम लगाया
जब भी कोई प्यासा परदेशी पनघट पे आया
लूट गयी मर गयी कोई गुज़रिया
मन का चैन गवाया
मन का चैन गवाया गवाया मन का चैन गवाया होये होये (ओ)
मन का चैन गवाया गवाया मन का चैन गवाया (ओ)
ओ भोले मुखड़े वालिया मैं जान गयी दिलवलिया
अकेला अकेला मोहे जानके तू रस्ते में छेड़ेगा
अकेला मोहे जानके तू रस्ते में छेड़ेगा
होये होये होये
होये होये होये
होये होये होये
होये होये होये
ना ते अज बेसाकी धमेला कूदिया ना आज होली
ना ते अज बेसाकी धमेला कूदिया ना आज होली
फिर मैं कैसे खेलूँगा तेरे संग आँख मिचोली
तेरे संग आँख मिचोली तेरे संग आँख मिचोली
अब क्या आएगी बैसाखी क्या आएगी होली
तब तक तो तू ले जाएगा सजना मेरी डोली हो
सजना मेरी डोली डोली सजना मेरी डोली होये होये (ओ)
सजना मेरी डोली डोली सजना मेरी डोली (ओ)
ओ नीली पगड़ी वालिया मैं जान गयी दिलवलिया
अकेला वाह रे पानिए
अकेला मोहे जानके तू रस्ते मे छेड़ेगा
अकेला मोहे जानके तू रस्ते मे छेड़ेगा
ओ सोनिया मतवलिया मैं जान गयी दिलवलिया
अकेला अकेला मोहे जानके तू रस्ते मे छेड़ेगा
अकेला मोहे जानके तू रस्ते मे छेड़ेगा