Natraj Main Naari Nirala
नटराज मैं नारी निराली
नटराज मैं नारी निराली
मैं हिमालय की रहने वाली
मैं हिमालय की रहने वाली
ज़रा देखो ये नर्तन अंगों की थिरकन
ऑंखें ये काजल से काली नटराज
हो नटराज मैं नारी निराली
मैं हिमालय की रहने वाली
मेरे बदन में ये अंगड़ाई है क्यों कुछ सोचो
मेरे बदन में ये अंगड़ाई है क्यों कुछ सोचो
मेरी कोमल कमर बल खायी है क्यों सोचो
मेरे तन में अगन बढ़ आयी है क्यों सोचो
जिसका मुखड़ा सूरज को दिखा दे दर्पण
जिसका मुखड़ा सूरज को दिखा दे दर्पण
वो सुंदरी यहां आई है क्यों अजी सोचो सोचो
आज मेरी छमाछम पे देती हैं देखो
आज मेरी छमाछम पे देती हैं देखो
दसों दिशाएँ ताली नटराज
हो नटराज मैं नारी निराली
मैं हिमालय की रहने वाली
क्या बांधा हवा ने रंग है पिया देखो
क्या बांधा हवा ने रंग है पिया देखो
मेरे अंग अंग जागा अनंग है देखो
मेरे मन में मिलन की उमंग है देखो
मैं मारे बोझ के साँस भी ले नहीं सकती
मैं मारे बोझ के साँस भी ले नहीं सकती
मेरे यौवन से तन मेरा तंग हैं पिया देखो देखो
अब आओ मेरे प्यारे तुमको पुकारे
अब आओ मेरे प्यारे तुमको पुकारे
चितवन ये बिजली वाली नटराज
हो नटराज मैं नारी निराली
मैं हिमालय की रहने वाली