Mohe Tirchhi Najariya Na Maro
आह आ आ आ आ
मोहे तिरछी नजरिया न मारो ओ ओ ओ ओ
ओ सैय्या जी चोट करजवा लागे
ओ सैय्या जी चोट करजवा लागे
मोहे तिरछी नजरिया न मारो
सैय्या जी चोट करजवा लागे
ओ सैय्या जी चोट करजवा लागे
न तुम हमारे कोई हो न हम तुम्हारे हैं
न तुम हमारे कोई हो न हम तुम्हारे हैं
तो फिर यह आँखों ही आँखों में क्यूँ इशारे हैं
तो फिर यह आँखों ही आँखों में क्यूँ इशारे हैं
तुम तो तकत हो हम को ऐसे
तुम तो तकत हो हम को ऐसे
जनम जनम की प्रीत हो जैसे जी प्रीत हो जैसे
होश अपने ज़रा तो सम्भालो
ओ सैय्या जी चोट करजवा लागे
ओ सैय्या जी चोट करजवा लागे
तुम ही नहीं हो अकेले हमारे दीवाने
तुम ही नहीं हो अकेले हमारे दीवाने
हम ऐसी शामा हैं जिस के हज़ार परवाने
हम ऐसी शामा हैं जिस के हज़ार परवाने
कोई नहीं हमरा मन बसिया
कोई नहीं हमरा मन बसिया
जाओ जी जाओ रूप के रसिया जी रूप के रसिया
यूँ न शीशे में हम को उतारो
ओ सैयां जी चोट करजवा लागे
ओ सैय्यन जी चोट करजवा लागे