Mita De Tu Gar Mujhko

MAJROOH SULTANPURI, RAHUL DEV BURMAN

रे मिटादे तू अगर मुझको मिटाना है रे हो
तुझे भी तो उसी के पास यार एक दिन जाना है रे
मिटादे तू अगर मुझको मिटाना है रे हो
तुझे भी तो उसी केपास यार एक दिन जाना है रे

छीप न पायेगा तेरे
पर्दों का खौलेगा मेरा लहू
छिपकर जायेगा जालिम
कहा रे कहा रे कहा रे कहा रे कहा रे कहा रे
तू जो चुप होगा
तेरी आँखों में मेरा लहू
बचकर जायेगा जालिम
कहा रे कहा रे कहा रे कहा रे कहा रे कहा रे
रे मिटादे तू अगर मुझको मिटाना है रे हो
तुझे भी तो उसी के पास यार एक दिन जाना है रे

हाय ये तो मेरे जीने के दिन जीने दे हाय रे मुझे
यु न जुल्म कर हाय राम
नहीं रे नहीं रे नहीं रे नहीं रे नहीं रे नहीं रे
अभी इस दुनिआ में देखा क्या मैंने
काहे को मरे मुझे
देखो अहसान कर हाय राम
नहीं रे नहीं रे नहीं रे नहीं रे नहीं रे नहीं रे
रे मिटादे तू अगर मुझको मिटाना है रे हो

Curiosidades sobre la música Mita De Tu Gar Mujhko del Asha Bhosle

¿Quién compuso la canción “Mita De Tu Gar Mujhko” de Asha Bhosle?
La canción “Mita De Tu Gar Mujhko” de Asha Bhosle fue compuesta por MAJROOH SULTANPURI, RAHUL DEV BURMAN.

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