Meera Tere Pyar Ke Karan
RAVI, SAHIR LUDHIANVI
मीरा तेरे प्यार के कारण लोक लाज सब हारी
निर्लज कहे राणा ने उसको भेजी नाग पिटारी
नाग पुल विष अमृत बन गयो
तेरी लीला न्यारी रे मेरी बारी रे
काहे को भूले बनवारी
मेरी बारी रे
काहे को भूले बनवारी