Lach Lach Lachke
आ लच लच लचके
लचके कमरिया जैसे पानी
लच लच लचके
लचके कमरिया जैसे पानी
दो गज़ की चुनर मे हाए
दो गज़ की चुनर मे हाए
कैसे समाए जवानी
लच लच लचके
लचके कमरिया जैसे पानी
लच लच लचके
लचके कमरिया जैसे पानी
सावन आया पक्के निबोली
यौवन खेले आँख मिचोली
सावन आया पक्के निबोली
यौवन खेले आँख मिचोली
तुझ बिन कों हैं कहे दर्जी से
बढ़ गयी काया घट गयी चोली
दो गज़ की चुनर मे हाए
कैसे समाए जवानी
लच लच लचके
लचके कमरिया जैसे पानी
लच लच लचके
लचके कमरिया जैसे पानी
हाय पंखा चल चल रैन बिताऊ
दिन मे दो दो बार नहाऊ
स हा हा हा
पंखा चल चल रैन बिताऊ
दिन मे दो दो बार नहाऊ
चुला हो तो पानी डालु
जलते तन को कहा बुझाउ
दो गज़ की चुनर मे हाए
कैसे समाए जवानी
लच लच लचके
लचके कमरिया जैसे पानी
लच लच लचके
लचके कमरिया जैसे पानी
बुड्ढे देखे रूप को मोरे
पास पड़ोसी डाले डोरे आ आ ओ
बुड्ढे देखे रूप को मोरे
पास पड़ोसी डाले डोरे
फुट ना जाए गागर मोरी
कंकड़ मारे गाव के छोरे
दो गज़ की चुनर मे हाए
कैसे समाए जवानी
लच लच लचके
लचके कमरिया जैसे पानी
लच लच लचके
लचके कमरिया जैसे पानी
दो गज़ की चुनर मे हाए
दो गज़ की चुनर मे हाए
कैसे समाए जवानी
लच लच लचके
लचके कमरिया जैसे पानी
लच लच लचके
लचके कमरिया जैसे पानी