Kaise Kahoon Main Baat Jiya Ki
कैसे काहु मैं बात जिया की, सवारिया प्यार मे तेरी
हो गयी मई तो बाँवरिया
कैसे काहु मैं बात जिया की, सवारिया प्यार मे तेरी
हो गयी मई तो बाँवरिया
आज नही कसमे, बस गया तू नस नस मे
डूब गयी मेरी प्यासी
अंखिया प्रीत के, मीठे रस मैं
चलकन लगी लाज़, शरम गागरिया
प्यार मे तेरे, हो गयी मई तो बावारिया
नैन हसी के धड़के, अंग अंग मेरा फड़के
तुमने किया तो जादू मुझ पर
रहती है खुध से बिछड़ के
छम छम बोले, मेरी खुशी की जंजरिया
प्यार मे तेरे, हो गयी मई तो बावारिया
तूने जिया मे डारी, एक नयी चिंगारी
मंदूर मधुर मिलन के खेल मे, साजन तू जीता मैं हारी
बजन लगी प्यार मन मैं बसुरिया
प्यार मे तेरे, हो गयी मई तो बावारिया
कैसे काहु बात जिया की, सवारिया प्यार मे तेरी
हो गयी मई तो बाँवरिया