Har Ek Dil Ko Hamne

BAPPI LAHARI, KULWANT JANI

आ आ आ आ

हर एक दिल को हमने टटोला है लेकिन
किसी दिल मे भी अब मुरबत नही है
ये दुनिया बड़ी बेवफा है यहा पर
किसी को किसी से मोहब्बत नही है
हर एक दिल को हमने टटोला है लेकिन
किसी दिल मे भी अब मुरबत नही है
ये दुनिया बड़ी बेवफा है यहा पर
किसी को किसी से मोहब्बत नही है

आ आ आ आ

जलाकर खुद अपने ही दाग-ए-जिगर को
उजाला भी कर लेंगे हम अपने घर मे
जलाकर खुद अपने ही दाग-ए-जिगर को
उजाला भी कर लेंगे हम अपने घर मे
किसी चाँद सूरज की हसरत नही अब
किसी रोशनी की ज़रूरत नही है
किसी रोशनी की ज़रूरत नही है
किसी रोशनी की ज़रूरत नही है

अगर अपने अश्कों को हम हुक्म दे दे
तो पल मे ये सारी खुदाई बहा दे
अगर अपने अश्कों को हम हुक्म दे दे
तो पल मे ये सारी खुदाई बहा दे
कयामत से पहले कयामत जगा दे
मगर हमको रोने की आदत नही है
मगर हमको रोने की आदत नही है
हर एक दिल को हमने टटोला है लेकिन
किसी दिल मे भी अब मुरबत नही है

Curiosidades sobre la música Har Ek Dil Ko Hamne del Asha Bhosle

¿Quién compuso la canción “Har Ek Dil Ko Hamne” de Asha Bhosle?
La canción “Har Ek Dil Ko Hamne” de Asha Bhosle fue compuesta por BAPPI LAHARI, KULWANT JANI.

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