Bhor Hote Balam Chale Jayenge
भोर होते बलम चले जाएँगे मई रो रो मारूँगी
भोर होते बलम चले जाएँगे मई रो रो मारूँगी
जाने लौट के फिर कब आएँगे जाने लौट के फिर कब आएँगे
धीर कैसे धरँगी भोर होते बलम चले जाएँगे
भोर होते बलम चले जाएँगे मई रो रो मारूँगी
मैं रो रो मारूँगी भोर होते
कभी बाते हो निगाहो मे कभी दुआद चले
कभी शर्माके चुपु मैं कभी लग जौ गले
जिंदगी मेरी गुजर जाए इन्ही कदमो मे
जिंदगी मेरी गुजर जाए इन्ही कदमो मे
दिले बेताब दिले बेताब दुआ करके ना ये रत ढले
ना ये रत ढले क्योंकि भोर होते भोर होते
बलम चले जाएँगे मैं रो रो मारूँगी
भोर होते बलम चले जाएँगे
कहो चमके ना बहुत सुबह का तारा थम जाए
यही मौसम रहे बाकी नज़ारा थम जाए
मेरी दुनिया मे ना आए कभी बैरी सूरज
मेरी दुनिया मे ना आए कभी बैरी सूरज
या खुदा या खुदा वक़्त का बहता हुआ धारा
थम जाए धारा थम जाए क्योंकि भोर होते
भोर होते बलम चले जाएँगे मई रो रो मारूँगी
भोर होते