Bade Khubsoorat Bade Woh Haseen Hai
बड़े खूबसूरत बड़े वह हसीं हैं
मगर क्या करूँ के वह मेरे नहीं है
वह मेरे नहीं है
बड़े खूबसूरत बड़े वह हसीं हैं
मगर क्या करूँ के वह मेरे नहीं है
वह मेरे नहीं है
चुरा के न जाने छुपाया कहा है
चुरा के न जाने छुपाया कहा है
पता मेरे दिल का वह देते नहीं है
मगर क्या करूँ के वह मेरे नहीं है
वह मेरे नहीं है
शिकायत भी करते है किस सादगी से
किस सादगी से
शिकायत भी करते है किस सादगी से
किस सादगी से
बहुत भोले भाले बहुत नाज्नीन हे
मगर क्या करूँ के वह मेरे नहीं है
वह मेरे नहीं है
बड़े खूबसूरत बड़े वह हसीं हैं
मगर क्या करूँ के वह मेरे नहीं है
वह मेरे नहीं है
ये सब उनकी आँखों की है मेहरबानी
है मेहरबानी
ये सब उनकी आँखों की है मेहरबानी
है मेहरबानी
नहीं तो हम ऐसे कहा के हसीं हैं
मगर क्या करूँ के वह मेरे नहीं है
वह मेरे नहीं है
बड़े खूबसूरत बड़े वह हसीं हैं(बड़े खूबसूरत बड़े वह हसीं हैं)
मगर क्या करूँ के वह मेरे नहीं है(मगर क्या करूँ के वह मेरे नहीं है)
वह मेरे नहीं है(वह मेरे नहीं है)