Keh Nahi Paunga
आ ना आ आ आ
ज़मीन बेचके आसमान खरीदुं खरीदुं
तेरी पसंद का समान खरीदुं
जहाँ बिकते हो तेरे सपने वो दुकान खरीदुं
सुबह की रोशनी तेरी पायलें बना दू
रात के जुगनुवो में तेरी बालियां रंगा दू
सुबह की रोशनी तेरी पायलें बना दू
रात के जुगनुवो में तेरी बालियां रंगा दू
ये सारे जज़्बात दिल की हर एक बात
मैं कह नही पाऊंगा कह नही पाउँगा
मासूम से एहसास आकर तेरे पास
मैं कह नही पाऊंगा कह नही पाउँगा
ज़मीन बेच कर आसमान खरीदुं
तेरी पसंद का समान खरीदुं
कहूँ कैसे, कहाँ से दिल की ज़ुबान खरीदुं
ऐसे ए ए ए ए
चहेरा तेरा रहने लगा आखों के मकानो मे
बस तू ही तू धड़कने लगी मेरे अरमानो मे
होठों के नसीब मे लिखी है खामोशियाँ
दिल के लबज़ कैसे पहँचौं तेरे कानो मे
पहँचौं तेरे कानो मे
ये सारे जज़्बात दिल की हर एक बात
मैं कह नही पाऊंगा कह नही पाउँगा
मासूम से एहसास आकर तेरे पास
मैं कह नही पाऊंगा कह नही पाउँगा
तेरी खुशी का जहाँ खरीदुं
तेरी खाविशों की उड़ान खरीदुं
जहाँ बिकते हो तेरे सपने वो दुकान खरीदुं
जहाँ बिकते हो तेरे सपने वो दुकान खरीदुं