तू ही है आशिकी [Remix]
तू ही है आशिकी तू ही आवारगी
तू ही है ज़िन्दगी तू ही जुदा
तू इब्तेदा मेरी तू इन्तेहा मेरी
तुही मेरा जहाँ तू ही जुदा
तू मेरे रूबरू हर शे में तू ही तू
तू पेहली आरजू तू ही जुदा
तू ही है आशिकी तू ही आवारगी
तू ही है ज़िन्दगी तू ही जुदा
पूरी है रहगुज़र पूरा है आस्मां
पूरी है ज़िन्दगी पूरा जहां
संग तेरे रास्ते सदियों का वास्ता
फिर से जीने की एक तू ही वजह
तुझमे लिखि हूँ मैं तुझसे जुडी हूँ मैं
तू मेरा रोग है तू ही दवा
तू ही है आशिकी तू ही आवारगी
हम मौज हमनशीं अब हो ज़िंदा