Banda Tera Aashiq Ho Gaya
हुआ मस्ताना तेरा ही अफ़साना
सुना है दीवाना सुने ये समा
सज़ा है वीराना खुला है महखाना
लूटाए नज़राना ज़मीनो आसमान
सितम मुझपे ढाए ये तेरी निगाहें
मचलती अदायें करूँ क्या बयान
बंदा तेरा आशिक़ हो गया
बंदा तेरा आशिक़ हो गया
साँसों की दीवानगी सब कुछ खुल के कहने लगी
आँखों की आवारगी थमते थमते बढ़ने लगी
चैन सारा मेरा देखो कैसे खो गया
अब तो ख्वाबों की छाँव में मैं सो गया
बंदा तेरा आशिक़ हो गया
बंदा तेरा आशिक़ हो गया
समा सी इक प्यार की दिल में तेरे भी जलती लगे
तुझको अपना चाहना जैसे कोई ग़लती लगी
तेरे प्यार में पागल सा मैं हो गया
कहते है सब मुझको तू तो गया
बंदा तेरा आशिक़ हो गया
बंदा तेरा आशिक़ हो गया