Aye Mere Dil Bata
ए मेरे दिल बता
इस दर्द की क्या वजाह
भीड़ में तनहा रहा
ढूंढ़ता हूँ तुझे हर जगाह
अब तलक हूँ खड़ा
मैं उसी मोड़ पर
हाथ छोड़ा मेरा तूने जहाँ
ए मेरे दिल बता
इस दर्द की क्या वजाह
औ औ औ
दाबी हुयी लबों पे जो वो बात तेरी थी
आँखों में नमी सी जो
वो याद तेरी थी
कितनी दफे बिखरे है हम
तेरे साहारे मेरे सम्भले कदम
ए मेरे दिल बता
इस दर्द की क्या वजह
छूके जब गयी हवा
एहसास तेरा था
हाथों को यकीं है
वो हाथ तेरा था
हमसे हुयी कैसी खता
तू भी क्यूँ हो गया मुझसे जुदा
ए मेरे दिल बता
इस दर्द की क्या वजाह
रात की हथेली पे जुगनू रख दूँगा
ज़िन्दगी जो रूठे तोह सज्दे कर लूँगा
ए ज़िन्दगी हस्स दे ज़रा
तेरे बिना बता जाऊँ कहाँ
ए मेरे दिल बता
इस दर्द की क्या वजाह