Dosto Kya Kahen Ham Tumse [Dialogue]
Asad Bhopali, Kamal Joshi, Usha Khanna
दोस्तों क्या कहें हम तुमसे फसान अपना
दोस्तों क्या कहें हम तुमसे फसान अपना
आज कुछ भी नहीं, नहीं कल तक ज़माना अपना
दोस्तों क्या कहें हम तुमसे फसाना अपना
दोस्तों क्या कहें हम तुमसे फसान अपना
रात ने तोड़ा चाँद का दिल
रात ने तोड़ा चाँद का दिल
खो गई रही से मंज़िल
और हम कुछ भी कहे ना पाए
रोए और आँसू ना बहाए
दोस्तों क्या कहें हम तुमसे फसाना अपना
दोस्तों क्या कहें हम तुमसे फसान अपना
तन है लेकिन जान नहीं
तन है लेकिन जान नहीं
जीने का अरमान नहीं
सारे हुंसे टूट चूक्के है
अपने हुंसे रुत चूक्के है
दोस्तों क्या कहें हम तुमसे फसाना अपना
दोस्तों क्या कहें हम तुमसे फसाना अपना
आज कुछ भी नहीं, नहीं कल तक ज़माना अपना
दोस्तों क्या कहें हम तुमसे फसाना अपना
दोस्तों क्या कहें हम तुमसे फसान अपना