Deewana
दीवाना था मैं दीवाना ये ना जान-ए-मान ये ना जाना
बन जाए गा यू अफ़साना ये ना जान-ए-मान
रात का था समा तू मेरे संग था
दीवाना था मैं दीवाना ये ना जान-ए-मान ये ना जाना
बन जाए गा यू अफ़साना ये ना जान-ए-मान ये ना जाना
प्यार की शमा जलती रही
रात भी यू ही ढलती रही
बात क्या दिल ने दिल से कही
मेरे तक खुशबू आती रही
खुशबू तेरी बातों से तेरी सांसो से
दीवाना था मैं दीवाना ये ना जान-ए-मान ये ना जाना
बन जाए गा यू अफ़साना ये ना जान-ए-मान
हम मिले इस तरहा आग ने चू ली
वो समए जो के गुज़ेरे होएए
याद ने पल वो सारे छूए
फिर कहाँ दिल पे क़ाबू रहा
पूछो ना मैने फिर क्या कहा तोड़ दी खाली आखो से झुकी पलकों से
चंचल डोर दिल की डोर बाँधू तुझ से सदा
लू मैं तेरा नाम यौन सुबहो शाम नही तू मुझ से जुड़ा
नई इक पल मेरे हमसफ़र मेरी हो गी दास्तान
थामे गा हाथ दे गा ये साथ हो गा तू मेहेरबान
चंचल डोर्र दिल की डोर्र बंढूं तुझ से सदा
लौ मैं तेरा नाम यूँ सुबहो शाम नही तू मुझ से जुड़ा
नई इक पल मेरे हमसफ़र मेरी होगी दास्तान
थामे गा हाथ दे गा ये साथ हो गा तू मेहेरबान
रात का रात का था समा तू मेरे संग था
प्यार की शमा जलती रही
रात भी यू ही ढलती रही
बात क्या दिल ने दिल से कही
मेरे तक खुसबू आती रही
खुशबू तेरी बातों से तेरी सांसो से
दीवाना था मैं दीवाना ये ना जान-ए-मान ये ना जाना
बन जाए गा यौन अफ़साना ये ना जान-ए-मान ये ना जाना