Yaad Ghani
Dhanraj Dadhich
मैं चंदा की चांदनी
मैं चंदा की चांदनी
कोई सूती पलंग बिछाय
पीया जी आवे याद घणी
कोई सूती पलंग बिछाय
पीया जी आवे याद घणी
जागूँ तो हिचकी चले पिया
जागूँ तो हिचकी चले
सोऊँ तो सपना आय
पीया जी आवे याद घणी
सोऊँ तो सपना आय
पीया जी आवे याद घणी
याद बड़ी बदमाश पिया जी
दिन देखे ना रात गिने
हो याद बड़ी बदमाश पिया जी
दिन देखे ना रात गिने
खूब घडी समझाऊं इन्हे पर
म्हारी कद बात सुने
जद मर्ज़ी आ जावे बैरन
जावन को तो नाम नहीं
दिन भर छायी रह गिया पर
एक पल भी आराम नहीं
धेय ही बताऊ काई करू म्हारे
धेय ही बताऊ काई करू
म्हारे कुछ भी समझ ना आये
पीया जी आवे याद घणी
म्हारे कुछ भी समझ ना आये
पिया जी आवे याद घणी
मैं चंदा की चांदनी
कोई सूती पलंग बिछाय
पीया जी आवे याद घणी
कोई सूती पलंग बिछाय
पीया जी आवे याद घणी
कोई सूती पलंग बिछाय
पीया जी आवे याद घणी