Log Kya Kahenge
लोग क्या कहेंगे हा हा
लोग क्या कहेंगे
लोग क्या कहेंगे
उनका काम ही है कहना
समझ सकेंगे दर्द
जब पड़ेगा साथ रहना
ज़िंदगी का फलसफा है
काटने को हर खड़ा है
बाटने को बोल फिर देख किसका दिल बड़ा है
लोग क्या कहेंगे
लोग क्या कहेंगे
चाटने में सब लगे हैं
बात इनके पड़े हैं
वक़्त पे तू देख कितने
साथ इनमें से खड़े हैं
मनचले यह दिलजले हैं यह सारे
मनचले यह दिलजले हैं
मनचले यह दिलजले हैं
दूसरों के घर पले हैं
गिरगिटो सा रंग बदलते
यह तो दूर से भले हैं
भाई यह तो दूर से भले हैं
हर कहीं फैला रखी है
गंदगी मचा रखी है
खुद के आईने में जिसके
100 दरारें आ चुकी हैं
कर्म जिनके हैं अंधेरे
लूटते हैं हर सवेरे
हर किसी को ज्ञान पान
देते रहते हैं बथेरे
लोग क्या कहेंगे ये ये
लोग क्या कहेंगे
लोग क्या कहेंगे
मुझको फ़र्क भी ना पड़ता
दूसरों को बोलने से
खुद का मुँह है सड़ता
कलम जले ज़ुबान तले
यह सुनके जो रवाँ जले
जीवन के हर मोड़ पे
कोशिश करेंगे दौड़ के
दौड़ के दौड़ के दौड़ के
दौड़ दौड़
जीवन के हर मोड़ पे
कोशिश करेंगे दौड़ के
तू अच्छा भी करेगा
तो करेंगे सारे निंदा
उड़ने की ख्वाहिशों ने ही
रखी हैं साँसें ज़िंदा
खोल दे यह पंख मेरे
कहता है परिंदा
लोग क्या कहेंगे
अब तू छोड़ यह चिंता
लोग क्या कहेंगे
लोग क्या कहेंगे
लोग क्या कहेंगे