Meri Morni Sach Kahta Hoon
मेरी मोरनी सच कहता हूँ
ओ तेरी ओढ़नि जब लहराएं
अम्बर पे बादल जल जल जाए
सुन मोर मेरे ओ सच कहती हूँ
तेरे नैनों से जब नैन मिलाए
सूरत भी थाम के दिल रह जाए
अपने रंग में रंगले रसिया
अपने रंग में रंगले रसिया
मेरा रूप जवानी ओ ओ
अपने रंग में रंगले रसिया
मेरा रूप जवानी
उठ गया पर्दा हो गयी मुश्किल
दिल से बात छुपानी
मेरे चंदा ओ सच कहती हूँ
तन्हाई में दिल घबराये
बिन तेरे मोह से रहा नहीं जाए
मुड़ मुड़ के जब तू देखे तो आय हाय हो
मुड़ मुड़ के जब तू देखे तो
हिरनी जैसी लागे हो
मुड़ मुड़ के जब तू देखे तो
हिरनी जैसी लागे
पर न हाथ किसी के आये
दुनिया पीछे भागे रे
मेरी हिरनी सच कहता हूँ
तू लाखों का दिल तड़पाये
तेरी खुशबु गुलशन गुलशन आये
सुन मोर मेरे ओ सच कहती हूँ
तेरे नैनों से जब नैन मिलाए
सूरत भी थाम के दिल रह जाए