Saamna
फासले हौंसले
मिटा रहे है मेरे
तू मिले तो गीले
भुला दूँ मैं तेरे
तू मिले तो ज़रा
कहीं किसी तरह
कहीं किसी तरह
तो हो ये सामना
तेरे मेरे विच कोई शिकवा नहीं
जो के मूक ना सके
दिल तो है दिल साड्डा परबत नहीं
जो के झुक ना सके
चढ़ी थोड़ी धुल है इश्क़ उठे
फूँक तो मार के देख
कभी मेरी गलियों से गुज़रे तो
हूँक तो मार के देख
तो हो ये सामना
कहीं किसी तरह
तो हो ये सामना
रास्ते याद से
भुला रहे है मुझे
ख्वाब के घाव ये
रुला रहे है मुझे
तू मिले तो ज़रा
कहीं किसी तरह
कहीं किसी तरह
तो हो ये सामना
तेरे मेरे विच कोई शिकवा नहीं
जो के मूक ना सके
दिल तो है दिल साड्डा परबत नहीं
जो के झुक ना सके
चढ़ी थोड़ी धुल है इश्क़ उठे
फूँक तो मार के देख
कभी मेरी गलियों से गुज़रे तो
हूँक तो मार के देख
तो हो ये सामना
कहीं किसी तरह
तो हो ये सामना
तेरे बिना मैं नहीं कुछ मुंडेया
हाल कभी मेरा पूछ मुंडेया
तेरे बिना मैं नहीं कुछ मुंडेया
इश्क़ थे तेरे मेरा सच मुंडेया
तेरे बिना मैं नहीं कुछ मुंडेया
हाल कभी मेरा पूछ मुंडेया
तेरे बिना मैं नहीं कुछ मुंडेया
इश्क़ थे तेरे मेरा सच मुंडेया